भव्य राम मंदिर का उद्घाटन महाउत्सव 2024 में कब होगा : मंदिर से जुड़ा इतिहास एक दृष्टि में ये रहा।
राम मंदिर निर्माण और उसे जुड़ा इतिहास क्रम बध्द, पर एक दृष्टि।
दिसंबर 1992 में, बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बाद विवाद बढ़ा। अयोध्या अध्यादेश और 1993 के निश्चित क्षेत्र के अधिग्रहण जैसे कानूनी मुद्दे उत्पन्न हुए। 2019 में, उच्चतम न्यायालय ने फैसला किया कि विवादित भूमि को सरकार द्वारा गठित ट्रस्ट को सौंपा जाए। कि द्वितीय मोदी मन्त्रालय ने मन्दिर निर्माण की योजना को स्वीकार किया।
1. राम मंदिर विवाद
राम मंदिर विवाद : दिसंबर 1992 में, बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बाद विवाद बढ़ा। अयोध्या अध्यादेश और 1993 के निश्चित क्षेत्र के अधिग्रहण जैसे कानूनी मुद्दे उत्पन्न हुए। 2019 में, उच्चतम न्यायालय ने फैसला किया कि विवादित भूमि को सरकार द्वारा गठित ट्रस्ट को सौंपा जाए। इस ट्रस्ट का नाम श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र था। 5 फरवरी 2020 को संसद ने घोषणा की कि द्वितीय मोदी मन्त्रालय ने मन्दिर निर्माण की योजना को स्वीकार किया।
2. राम लल्ला, मन्दिर के 1989 के बाद मुकदमेबाज कौन थे ?
राम लल्ला, मन्दिर के 1989 के बाद मुकदमेबाज थे राम भगवान उनका प्रतिनिधित्व विहिप के वरिष्ठ नेता त्रिलोकी नाथ पाण्डे ने किया, जिन्हें राम लल्ला का अगला ‘मानव’ मित्र माना जाता था।राम मंदिर उद्घाटन महाउत्सव में छोटे से छोटे और बड़े से बड़ा व्यक्ति शामिल हो रहे हैं। जगत के पालन हार श्री हरि विष्णु के सातवें अवतार और 12 कलाओं से युक्त श्री राम, अयोध्या के महाराजा और उनके बड़ी महारानी कौशल्या पुत्र थे। वाल्मीकि रामायण के अनुसार अयोध्या में जन्मे थे। मुगलों ने 15वीं शताब्दी में राम जन्मभूमि पर बाबरी मस्जिद बनाई, जिससे विवाद उत्पन्न हुआ।
3. राम मंदिर से जुड़ा प्रथम बार एफआईआर निहंग सिख पंथ पर लिखी गई थी।
1850 में विवाद ने हिंसक रूप धारण कर लिया था। इसी के कारण सन् 1858 में निहंग सिख बाबरी ढांचे में घुस गए और राम नाम के उच्चारण के साथ हवन करने लगें। परिणाम स्वरूप सिख लोगों के विरुद्ध जो हवन किये थे उन पर प्रथम बार एफआईआर लिखी गई थी। विश्व हिन्दू परिषद् ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ के आदेश से पहले मन्दिर की आधारशिला रखने की घोषणा की। शिलान्यास के लिए विहिप ने “श्री राम” लिखी धनराशि और ईंटें एकत्रित की। बाद में, राजीव गान्धी मन्त्रालय ने वीएचपी को शिलान्यास की अनुमति दी, और गृह मन्त्री ने अनुमति दी। पहले केंद्र और राज्य सरकारें शिलान्यास के आयोजन पर सहमत थीं, लेकिन 9 नवम्बर 1989 को विहिप नेताओं ने भूमि पर 7 घन फुट गड्ढे में आधारशिला रखी।
4. राम मंदिर का डिजाइन किसने तैयार किया था ?
राम मंदिर का डिजाइन किसने तैयार किया था इनका नाम चंद्रकांत सोमपुरा है ये और उनके दो पुत्र द्वारा तैयार किया गया हैं। 1988 वाले डिजाइन में कुछ परिवर्तन के साथ तैयार किया है।
5. भव्य मंदिर का उद्घाटन महाउत्सव 2024 में कब होगा ?,
भव्य मंदिर का उद्घाटन महाउत्सव 2024 में कब होगा : 22 जनवरी 2024 को होगा। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। संघ प्रमुख मोहन भागवत भी और हजारों संत जन भागीदारी सुनिश्चित करेंगे।
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Posted By Sandeep Patel