8th Day Of Shardiya Navratri (Durga Ashtami) 2023 : नवरात्रि के आठवें दिन 100 वर्ष में पहली बार ऐसा क्या होने वाला है? जाने इस दिन से जुड़ी मान्यताएँ आदि। 1.Durga Ashtami (दुर्गाष्टमी) 2023: कल रविवार 2023 को अश्विन माह का शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को महाष्टमी ‘दुर्गाष्टमी’ पड़ा रहा है। ये दिन माँ दुर्गा के आठवें स्वरूप माता महा गौरी की पूजा करने का विधान है। इसी दिन दो से दस (10) वर्ष की कन्याओं को माँ दुर्गा के सभी नौ स्वरूप का ध्यान (ये समझकर की तो कन्याएँ तो स्वरूप ही है) पूजन करना अत्यंत ही शुभकारी माना जाता है। इस वर्ष दुर्गाष्टमी की तिथि रविवार 22-अक्टूबर 2023 पड़ा है।
2. पूजा विधि
दिन दैनिक कार्य से निवृत्त तो होकर माँ का ध्यान करें। स्नाने कर के माँ को अक्षत, व उन्हें लौंग और लाल फूल अर्पित करें। ऐसा करने से माता रानी अतिप्रसन्न होती है भोग लगाएँ और आरती करें | श्वेत (सफेद) पुष्प अर्पित करें।
3. कन्याओं की पूजन विधि ये हैं। (Kany dymPuja vidhi Ye Hain)
सर्वप्रथम कन्याओं के (पैर) धोएँ। कयाओं के मस्तक पर रोली, अक्षत (चावल से टीका लगाएँ ) हाथ में सभी के हाथों में मौली बाँधे पुष्प माला आदि समर्पित करें चुनारियाँ कन्याओं के मस्तक (सिर) पर ओढ़ाकर हलवा, पूड़ी, फल और दक्षिणा (कुछ रुपये देकर श्रद्धापूर्वक उनके चरण स्पर्श करें।
विशेष से त्रिमूर्ति का ‘कन्या का पूजन करने से धर्म, अर्थ, काम की पूर्ति पुजन होती है। पुत्र-पुत्री (या पौत्र-पौती व धन-धान्य का आगमन होता है वृद्धि। शत्रुओं का नाश करने अब व्यक्ति कोई भी हो सका है। भक्तिमय होकर कालिका कन्या का पूर्ण पूजन करना चाहिए। स्त्री या किसी लड़की के सम्मोहन और इस दुख-दारिद्रय के। को नाश तथा युद्ध/ लड़ाई में विजय प्राप्ति के लिए शाम्भवी कन्या की
करनी होती है। साधक (भक्त) को अपने अभिलाष की पूर्ति के लिए सुभद्रा की सदा पूजन करना चाहिए।
रोग – दोख नाश करने लिए निमित्त रोहिणी की आप विधिवत पूजा करें सकते है। मां दुर्गा पर आपको आस्था, विश्व विश्वास, श्रद्धा व माँ के प्रति समर्पण भाव है तो निष्ठा है, तन-मन चिन्तन निर्मल है तो निश्चित समझे कि आपकी आपका मनोरथ पूर्ण हो ही होगा।
4. शुभ मुहूर्त दुर्गाष्टमी पूजा 2023
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12 से 12बजकर 46 मिनट तक मुहूर्त है।
विजय मुहूर्त दोपहर:02 बजकर 15 मिनट बजकर 10 मिनट तक मुहूर्त है।
संधिपूजा समय: शाम को 07 बजकर 34 मिनट से 08 बजकर 22 मिनट तक मुहूर्त है।
अमृत काल: दोपहर 12 बजकर 38 मिनट से 02 बजकर 10 मिनट तक मुहूर्त है।
निशीथ काल मुहूर्त: रात्रि 11 बजकर 58 मिनट से रात 12 बजकर 48मिनट तक मुहूर्त है।
सर्वार्थ सिद्धि योग : सुबह 06 बजकर 35 मिनट से शाम 06 बजकर 44 मिनट तक मुहूर्त है।
रवि योग: शाम 06 बजकर 44 मिनट से अगले दिन सुबह 06 बजकर 35 मिनट तक मुहूर्त हैं।
5. कब कल है? दुर्गाष्टमी
कल दुर्गाष्टमी है बहुत लोग कल व्रत रहेगें जो प्रथम दिन भी व्रत रखें थे।
6. माँ महागौरी को प्रिय रंग कौन है?
मान्यताओं अनुसार माँ महागौरी को नीला रंग प्रिय है दुर्गाष्टमी पर नीले रंग के वस्त्र धारण करें परंतु माँ महागौरी की अति विशेष कृपा चाहते हैं, तो इस दिन गुलाबी रंग के वस्त्र धारण करें।
7. महागौरी मंत्र का अर्थ
मंत्रः श्वेत वृष समारूढा श्वेताम्बरधरा शुचिः महागौरी शुंभ दद्यान्महादेव प्रमादेदा ॥
अर्थ- माँ दुर्गा का आठवाँ स्वरूप है महागौरी का । माँ महागौरी का अत्यंत गौर वर्ण हैं।
8. माँ महागौरी मंत्र क्या हैं?
या देवी सर्वभूतेषु माँ गौरी परूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।। वन्दे वांछित कामार्थे- चन्द्रार्धकृतशेखराम्। सिंहारूढाचतुर्भुजामहागौरीय- शस्वीनीम।।
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Posted By – Sandeep Patel