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Chaitra Navratri 2024 Day 6: चैत्र नवरात्र के छठें दिन मां कात्यायनी की इस कथा का करें पाठ, पूजा होगी सफल

Maa Katyayani चैत्र नवरात्र का छठा दिन आज यानी 14 अप्रैल को है। इस दिन मां कात्यायनी की विशेष पूजा और व्रत किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि मां कात्यायनी की पूजा करने से साधक को विवाह संबंधी बाधा समेत कई परेशानियों से छुटकारा मिल में आइए पढ़ते हैं मां दुर्गा के स्वरूपों में से एक मां कात्वा व्रत कथा।

Maa Katyayani Vrat Katha:

सनातन धर्म के लोगों के लिए नवरात्र का पर्व बेहद महत्वपूर्ण होता है। इस दौरान माता रानी के अलग-अलग रूपों की पूजा और व्रत करने का विधान है। ऐसे में चैत्र नवरात्र का छठा दिन मां कात्यायनी को समर्पित है। चैत्र नवरात्र का छठा दिन आज यानी 14 अप्रैल को है। इस दिन मां कात्यायनी की विशेष पूजा और व्रत किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि मां कात्यायनी की पूजा करने से साधक को विवाह संबंधी बाधा समेत कई परेशानियों से छुटकारा मिलता है। ऐसा माना जाता है कि पूजा के दौरान मां कात्यायनी की कथा का पाठ न करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति नहीं होती है और पूजा असफल होती है। चलिए जानते हैं मां कात्यायनी व्रत कथा के बारे में।

मां कात्यायनी व्रत कथा (Maa Katyayani vrat katha)

पौराणिक कथा के अनुसार, प्राचीन समय में महर्षि कात्यायन ने संतान प्राप्ति के लिए मां भगवती की अधिक तपस्या की। उनकी तपस्या से मां भगवती प्रसन्न होकर महर्षि कात्यायन को दर्शन दिए। इस दौरान महर्षि ने उनके सामने अपनी इच्छा प्रकट की। इसपर उन्होंने महर्षि को वचन दिया कि वह उनके घर उनकी पुत्री के रूप में जन्म लेंगी। एक बार महिषासुर नाम के एक दैत्य का अत्याचार तीनों लोकों पर बढ़ता जा रहा था। ऐसा देख सभी देवी-देवता परेशान हो गए।

तब त्रिदेव – ब्रह्मा, विष्णु और महेश अर्थात भगवान शिव के तेज से देवी को उत्पन्न किया जिन्होने महर्षि कात्यायन के घर जन्म लिया। महर्षि के घर जन्म लेने की वजह से उन्हें कात्यायनी नाम दिया गया। माता रानी के घर में पुत्री के रूप में जन्म लेने के बाद ऋषि कात्यायन ने सप्तमी, अष्टमी और नवमी तिथि पर मां कात्यायनी की विशेष उपासना की। इसके पश्चात मां कात्यायनी ने दशमी के दिन महिषासुर का वध किया और तीनों लोकों को उसके अत्याचारों से छुटकारा दिलाया।

मां कात्यायनी मंत्र (Maa Katyayani Mantra)

कात्यायनी महामाये, महायोगिन्यधीश्वरी। नन्दगोपसुतं देवी, पति मे कुरु ते नमः ।। जय जय अम्बे, जय कात्यायनी। जय जगमाता, जग की महारानी।

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Maa Katyayani song link 🔗: https://youtu.be/MSTzHyPI__c?si=nQ5WeXoKUjKOPhz0

Posted By : Sandeep Patel

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