विश्वकर्मा पूजा की तिथि और शुभ मुहूर्त
विश्वकर्मा पूजा: मिस्त्रियों गण का त्योहार, महत्व और पूजा विधि
विश्वकर्मा पूजा, हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो सृष्टिकर्ता भगवान विश्वकर्मा की जयंती मनाने के लिए मनाया जाता है। भगवान विश्वकर्मा को सभी शिल्पकारों, इंजीनियरों और कारीगरों का देवता माना जाता है। इस दिन, कारीगर अपने-अपने यंत्रों की पूजा करते हैं और भगवान विश्वकर्मा से अपने कार्य में सफलता और कुशलता की कामना करते हैं।
विश्वकर्मा पूजा का महत्व
* यंत्र औजार : यंत्रों से जैसे नई का के सामान कैंची मोटर वाहन आदि यंत्र भी शामिल हैं। सरल भाषा में किसी भी निर्माण में उपयोग होने वाला के स्वामी और निर्माता हैं विश्वकर्मा भगवान।
* मिस्त्रियों का सम्मान: यह त्योहार मिस्त्री गण और उनके कौशल का सम्मान करने का एक अवसर है।
* सृष्टिकर्ता की पूजा: भगवान विश्वकर्मा को सृष्टिकर्ता माना जाता है, इसलिए इस दिन उनकी पूजा करने से सृष्टि के प्रति आभार व्यक्त किया जाता है।
* सफलता और कुशलता: मिस्त्री इस दिन भगवान विश्वकर्मा से अपने कार्य में सफलता और कुशलता की कामना करते हैं।
* नई शुरुआत: यह त्योहार नए काम की शुरुआत करने और नए मशीनों या यंत्रों खरीदने का शुभ दिन माना जाता है। कारों अन्य लोहे के उपकरण सहित करोड़ों – अरबों की विक्रिय होता है।
विश्वकर्मा पूजा की तिथि और शुभ मुहूर्त
विश्वकर्मा पूजा हर साल सितंबर महीने में मनाई जाती है। शुभ मुहूर्त जानने के लिए पंचांग का सहारा लिया जाता है।
विश्वकर्मा पूजा की विधि
* पूजा स्थल की सफाई: पूजा स्थल को साफ-सुथरा करके फूलों और दीपक से सजाया जाता है।
यंत्रों की सफाई: सभी यंत्रों को साफ किया जाता है और उन्हें एक जगह पर रखा जाता है।
* भगवान विश्वकर्मा की मूर्ति: भगवान विश्वकर्मा की मूर्ति या चित्र को स्थापित किया जाता है।
* पूजा: भगवान विश्वकर्मा की पूजा फूल, फल, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित (प्रसाद वितरित) करके की जाती है।
* मंत्र जाप: भगवान विश्वकर्मा के मंत्रों का जाप किया जाता है।
आशीर्वाद: पुजारी या परिवार का मुखिया सभी को आशीर्वाद देता है।
विश्वकर्मा पूजा के दौरान किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए
* पूजा के दौरान शांति और एकाग्रता बनाए रखें।
* सभी यंत्रों को साफ-सुथरा रखें।
* भगवान विश्वकर्मा के प्रति श्रद्धा और भक्ति भाव रखें।
विश्वकर्मा पूजा के लाभ
* कार्य में सफलता
* कुशलता में वृद्धि
* नई शुरुआत के लिए शुभ
* मन की शांति
विशेष लेख
विश्वकर्मा पूजा सिर्फ एक त्योहार नहीं है, बल्कि यह कारीगरों और उनके कौशल का सम्मान करने का एक अवसर है। यह त्योहार हमें सृष्टि के प्रति आभार व्यक्त करने और भगवान विश्वकर्मा से आशीर्वाद लेने का मौका देता है।
नोट: यह ब्लॉग का एक लेख मात्र है। आप इसे अपनी श्रद्धा के अनुसार विश्वकर्मा भगवान की पूजा कर सकते हैं। ध्यान रहे ये कर्म के देवता हैं, इसलिए केवल पूजा नहीं कर्म भी करें। www.timesandesh.com
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Post By – Sandeep Patel