Vijayadashami V/S Dussehra 24-Oct-2023: जानें दशहरा और विजयादशमी में क्या अंतर है? हिन्दी निबंध 1. विजयदशमी और दशहरा अंतर क्या है?
विजयदशमी – विजयदशमी प्राचीन काल से ही अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी को ही ये विजयदशमी के रूप में मनाया जाता रहा है। जब श्रेता युग में विष्णु के अवातर श्रीराम भगवान ने इसी दिवस दिन रावण का वध भी किए थे। इसी कारण इस दिन को दशहरा भी कहा जाने लगा। भगवान श्री राम जब युद्ध कर रहे थे। तभी शारदीय नवरात्र भी चला रहा था नवरात्र के प्रथम दिन से नौवें दिन तक माँ दुर्गा की पूजा-अर्चना किए। दशमी के दिन ही रावर्ण का संहार हुआ इस प्रकार उस युग में लोग अपने प्रिय सम्राट राम श्रीराम के उस विजय के प्रतीक स्वरूप दशहरा मनाने लगे रावण, मेघ और रावण के पुत्रों के पुतलों को दहन करने लगें। इस प्रकार ये असत्य पर सत्य का प्रतीक बन गया। माँ दुर्गा ने महिषासुर का वध भी इसी दिन की थी। जो कि श्रेता युग से पहले की घटना है। जो कि रावण से पूर्व घटित हुआ। 2.विजयादशमी पर किस देवी की पूजा की जाती है?
जैसे कि विजयदशमी नाम से ही इस बात को आप जान लिये होगें कि इस दिने किसी ने किसी पर विजय प्राप्त किया होगा। माँ दुर्गा ने महिषपुर का वध की थी। तभी राजा व जिसे कोई विजय चाहिए होता है। विजय प्राप्त करने के लिए अपराजिता देवी की पूजा कराता था। महिषासुर का अंत (वध) शारदीय नवरात्र की दशमी तिथि पर वध होने के कारण ही शारदीय नवरात्र की दशमी तिथि(दिन) को ये उत्सव मनाया जाने लगा। जो अभी बहुत ही धूम-धाम से बमनाया जाता है। ये हिन्दू हिन्दुओं का एक प्राचीन और प्रमुख त्योहार है। लगभग पूरे देश में मनाया जाता है।
3. दशहरा का दूसरे नाम ‘क्या है? दशहरा का दूसरा नाम दशहरा या दशई के नाम से भी जाना जाता है ये शब्द अब तो प्रचलन में कम ही है। दशहरा को विजयदशमी भी बोलते है। 4. दशहरा मेला
दशहरा पर देश के भिन्न भिन्न क्षेत्रों में रावण के मेघनाथ तथा कुम्भकरण के पुतले को दहन करके मनाया जाता है। देश के कुछ भागों में मेलों का आयोजन , रामलीला का मंचन के बाद रावण दहन मनातें हैं।इसमें सभी धर्मो के लोग बिना ये देखे किस धर्म का मेला है सभी आनंद लेते। बच्चे हो या बड़े सभी आयु के लोग आनंद से उत्सव को मनातें हैं। दशहरा अर्थात विजयदशमी का प्रतिक्षा साल भर लोगों किया जाता हैं।कि कब से आयेगा दशहरा जल्दी से आए सबसे अधिक प्रतिक्षा छात्र – छात्राओं को रहता हैं ।क्यों चार-पाँच दिनों की छुट्टियाँ विद्यालय (स्कूल से मिलती है। इसमें बच्चे बहुत आनंद उठाते है।
5. दशहरा क्यों मनाते है?
दशहरा इसलिए मनाया जाता है? जब श्री राम पंचवटी में थे , तो माता सीता का रावण द्वारा हरण हो जाता है। वानरों के राजा सुग्रीव से मित्रता करके श्रीराम लंका के ऊपर चढ़ाई कर देते हैं।। इसमें रावण व राक्षसों सहित बहुत से सहस्त्रों सैनिकों की मृत्यु हो जाती है। रावणा पर श्रीराम को विजय प्राप्त होता है दशहरा का अर्थ दस सिर (शीश) वाले राक्षस राजा रावण पर भगवान श्री राम की जीत है। तभी श्री राम माता सीता के छावी रूप को वापस ले लेतें है। अग्नि देव से वास्तविक सीता लेते हैं। वर्तमान में रामलीला का मंचन विभिन्न विभिन्न क्षेत्रों में होता रहता है, कहीं छोटा तो कहीं विशाल मेलों का आयोजन होता हैं। दशहरा दस दिन और नौ रात्रि तक चलने वाला त्यौहार है। माँ दुर्गा से से जुड़ा बाद में श्रीराम भगवान के विजय स्वरूप में दशहरा जाना जाने लगा।
6. विजयदशमी पर और कौन सा त्योहार मनाया जाता है?
विजयदशमी पर अर्थात् इस दिन माँ दुर्गा का विसर्जन किया जाता है। इसी दिन माँ के विदाई में “सिंदूर खेला का त्योहार” भी मनाया जाता विवाहित महिलाएँ द्वारा माँ और एक दूसरों को सिंदूर मुँह (मुख) और माँगों में लगाकर खेला जाता हैं । विशेष रूप से बंगाल में खेला जाता है। कन्याओं द्वारा भी खेला जाता परन्तु माँग पर भर के नहीं खेला जाता हैं। Posted By – Sandeep Patel
Disclaimer: पेज पर उपलब्ध सभी जानकारियाँ / सूचना मात्र मान्यताओं और कथाओं पर आधारित है। यहाँ आपको यह बताना अवश्यक है कि TimeSandesh.com किसी भी प्रकार के किसी भी कथाओं / मान्यताओं की पुष्टि नहीं करता है। यदि किसी भी कथा / मान्यता को अमल में ले रहे है। तो प्रयोग से पूर्व विशेषज्ञ से वार्तालाप संवाद एक बार अवश्य करें। क्यों कि बहुत बातें बाद में कथाओं जोड़ी गई।
Images Credit – www.mixingimages.com